रोग_प्रतिरोधक_क्षमता_वर्धक_काढ़ा ( चूर्ण )
( भारत सरकार / आयुष मन्त्रालय द्वारा निर्दिष्ट )
घटक - गिलोय, मुलहटी, तुलसी, दालचीनी, हल्दी, सौंठ, काली मिर्च, पीपल।
विधि - यह सब बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर रखलें। एक व्यक्ति के एक चम्मच ( ३ से ४ ग्राम ) मिश्रण एक गिलास पानी में डालकर आधा पानी रह जाने तक उबालें। स्वाद अनुसार नमक या मीठा डालकर गर्म गर्म सुबह /शाम पीयें।
इसके प्रयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ज्वर, खांसी, शरीर दर्द, थकान, गले की खराश दूर होती है।
वैद्य पुनीत अग्निहोत्री (आयुर्वेदाचार्य ) ( हाथरस )
आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ( वैदिक प्रवक्ता ) ( आगरा )
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