शनिवार, 3 सितंबर 2022

रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक काढ़ा ( चूर्ण )

रोग_प्रतिरोधक_क्षमता_वर्धक_काढ़ा ( चूर्ण )
( भारत सरकार / आयुष मन्त्रालय द्वारा निर्दिष्ट )

घटक - गिलोय, मुलहटी, तुलसी, दालचीनी, हल्दी, सौंठ, काली मिर्च, पीपल।

विधि - यह सब बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर रखलें। एक व्यक्ति के एक चम्मच ( ३ से ४ ग्राम ) मिश्रण एक गिलास पानी में डालकर आधा पानी रह जाने तक उबालें। स्वाद अनुसार नमक या मीठा डालकर गर्म गर्म सुबह /शाम पीयें।

इसके प्रयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ज्वर, खांसी, शरीर दर्द, थकान, गले की खराश दूर होती है।

वैद्य पुनीत अग्निहोत्री (आयुर्वेदाचार्य ) ( हाथरस )
आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ( वैदिक प्रवक्ता ) ( आगरा )

महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा रचित साहित्य

महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा रचित साहित्य 

१. आर्य समाज के नियम उपनियम - १८७४
२. पञ्च महा यज्य विधि - १८७४ , १८७७
३. सत्यार्थ प्रकाश - १८७५ , १८८४
४. आर्याभिविनय - १८७६
५. संस्कार विधि - १८७७ , १८८४
६. आर्योदेश्य रत्नमाला - १८७७
७. ऋग्वेदादि भाष्य भूमिका - १८७८
८. ऋग्वेद भाष्य ७.६१.१,२ तक जो की अपूर्ण रह गया था. १८७७-१८९९
९. यजुर्वेद भाष्य - १८७८ -१८८९ (पूर्ण)
१०. अष्टाध्यायी भाष्य - ३ ग्रंथ में (अपूर्ण) - १८७८-१८७९
११. संस्कृत वाक्य प्रबोध - १८७९
१२. व्यवहार भानु - १८७९
१३. वेदांग प्रकाश - १४ पुस्तके 
- वर्णोच्चारण शिक्षा
- संधि विषय
- नामिक
- कारकिय
- समासिक
- स्त्रैणताद्धित
- अव्यवार्थ
- आख्यतिक
- सौवर
- पारिभाषिक
- धातुपाठ
- घनपाठ
- उणादिकोष
- निघंटू
२७. भ्रान्ति निवारण - १८८०
२८. भ्रमोछेदन -१८८०
२९. अनुभ्रमोछेदन - १८८०
३०. गो करुणा निधि - १८८०
३१. स्वीकार पत्र -१८८३
३२. ऋषि दयानन्द के पत्र और विज्ञापन (पण्डित लेखराम जी एवम् स्वामी श्रद्धानंद जी द्वारा संकलित एवम् प्रकाशित)
३३. स्वमन्तव्यामन्तव्य
३४. चतुर्वेद विषय सूची - १९७१
३५. सामवेद संहिताया मन्त्राणां वर्णानुक्रमसुची (पीडीएफ ले लेना हमसे) 
३६. स्वरचित जन्म चरित संस्कृत - १८७२-१८७३
३७.स्वरचित जन्म चरित - १८७५
३८. स्वरचित जन्म चरित अंग्रेजी प्रेस के लिए - १८८०
३९. भागवत / पाखण्ड खण्डन - १८६६
४०. अद्वैत खण्डन (अनुपलब्ध लुप्त) - १८७०
४१. हुगली शास्त्रार्थ - १८७३
४२. वेदान्तिध्वानत निवारण - १८७५
४३. वेद विरुद्ध मत खण्डन - १८७५
४४. शिक्षा पत्री ध्वानत निवारण - १८७५
४५. पूना प्रवचन (हिन्दी अनुवाद बाद में उपदेश मञ्जरी नाम से प्रकाशित) - १८७५
४६. जालन्धर शास्त्रार्थ - १८७७
४७. सत्य धर्म विचार - १८७७
४८. बरेली शास्त्रार्थ - १८७९
४९. काशी शास्त्रार्थ - १८८०
५०. अजमेर शास्त्रार्थ
५१. मसूदा शास्त्रार्थ
५२. उदयपुर शास्त्रार्थ

अन्य जो कभी छपे नहीं या मिले नहीं (मतलब लुप्त हो गए)
५३. सन्ध्या (अनुपलब्ध) १८६३
५४. वेद भाष्य नमूने का प्रथम अंक - १८७५
५५. वेद भाष्य नमूने का द्वितीय अंक - १८७६
५६. गौतम अहिल्या की कथा (अनुपलब्ध) - १८७९
५७. गदर्भ तापनी उपनिषद् (अनुपलब्ध)


शुक्रवार, 5 अगस्त 2022

उपदेशक/प्रचारक/पुरोहित/अधिकारी/एक सफल व्यक्ति बनने के लिए आवश्यक नियम

उपदेशक/प्रचारक/पुरोहित/अधिकारी/एक सफल व्यक्ति बनने के लिए आवश्यक नियम


    संसार का प्रथम गुरू, आचार्य और उपदेशक परमेश्वर है। परमेश्वर से ज्ञान प्राप्त करके मनुष्यों में यह मार्गदर्शन की श्रृंखला अग्नि, वायु, आदित्य और अङ्गिरा ऋषियों से आरम्भ हुई है। ब्रह्मा से लेकर अनेक ऋषि, आचार्य, उपदेश तैयार हुए हैं। ये सभी परमेश्वर के प्रदत्त ज्ञान 'वेद' का प्रचार करते थे‌। करोड़ों वर्षों तक वैदिक सिद्धान्तों का प्रचार होता रहा और सभी उनका व्यवहार में पालन करते रहे। इसीलिए सभी सुखी थे।

     लगभग ७ हजार वर्ष पूर्व से वेद प्रचार का कार्य बाधित हुआ, मानव निर्माण का कार्य प्रभावित हुआ इसीलिए पतन होता गया। गुरुवर स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी महाराज के शिष्य महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज के द्वारा पुनः वेदप्रचार का कार्य आरम्भ हुआ।

       महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज ने यह अनुभव किया कि वेदप्रचार के लिए अनेक उपदेशक/प्रचारक होने चाहिए ।

      स्वामी श्रद्धानन्द, पं० लेखराम, गुरुदत्त विद्यार्थी जैसे अनेक ऋषि भक्तों ने इस कार्य को आगे बढ़ाया और अनेक प्रचारक/उपदेशक तैयार किये जिन्होंने पुरुषार्थ करके यह वेदप्रचार का कार्य पूरे विश्वभर में किया है। 

     इसी क्रम में आगरा में पं०लेखराम जी की स्मृति में मुसाफिर उपदेशक विद्यालय चलाया गया जिसमें पं० भोजदत्त जी के पुरुषार्थ से अनेक प्रचारक/उपदेशक तैयार हुए। कुंवर सुखलाल आर्य मुसाफिर, अमर स्वामी जी महाराज जैसे विद्वान इस विद्यालय से निकले।

         आर्य पुरोहित सभा द्वारा २७ मई २०२१ से ओन लाइन पुरोहित प्रशिक्षण का कार्य किया जा रहा है। 

       उपदेशक/प्रचारक/पुरोहित/कार्यकर्ता तैयार करने के लिए प्रशिक्षण कार्य अत्यावश्यक है। यह कार्य समर्थ आर्य समाजों और गुरुकुलों के द्वारा निरन्तर किया जाना चाहिए।


प्रशिक्षणार्थी के लिए आवश्यक निर्देश -

  1. दिनचर्या - ब्रह्म मुहूर्त में जागरण, शौचादि से निवृत्त होकर आसन, प्राणायाम, व्यायाम सन्ध्या, यज्ञ और वेदपाठ आदि।

  2. कर्तव्य पालन, माता-पिता की सेवा, बड़ों का आदर, विद्वानों का सत्कार और सभी से विनम्र व्यवहार।

  3. पाठ्यक्रम का अध्ययन, प्रवचन तैयार करना, मन्त्र, श्लोक, सूत्र एवं दृष्टान्त याद करना, निरन्तर योग्यता बढ़ाना ।

  4. संवाद कला ( विचार प्रस्तुतिकरण ) को उत्तम बनाना

  5. बोलना एक कला है जिससे बोलना आता है वह अपना कोई भी सामान बेच सकता है। अपना कोई भी कार्य सिद्ध करा सकता है। ऐसे लोगों को वाणी का जादूगर कहते हैं, ये लोग वशीकरण/सम्मोहन कर देते हैं। इसके लिए योग्यता के साथ बोलने की कला आनी चाहिए।

  6. आपने बसों में देखा होगा सामान/चूर्णादि बेचने वाले अपनी वाक् पटुता से आसानी से बेच जाते हैं।

  7. कम्पनी के प्रचारक, साम्प्रदायिक प्रचारक, बीमा एजेन्ट अपना काम वाक् चातुर्य से ही कर रहे हैं। ये लोग कहते हैं एकवार सुन तो लीजिए या एक बार उनसे हमें मिलाइए तो सही।

  8. जिसे बोलना नहीं आता वह अपने शत्रु बना लेता है, अपने अच्छे सामान को भी नहीं बेच पाता है।

  9. बोलना परमेश्वर का वरदान है परिवार की देन है तथा प्रशिक्षण से सजाया और संभाला जा सकता है इसीलिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है।

  10. आर्य समाज अपने उद्देश्य में सफल होना चाहता है तो योजनाबद्ध प्रशिक्षण देकर उपदेशक, प्रचारक,पुरोहित और कार्यकर्ता तैयार करके सघन प्रचार किया जाना चाहिए।

  11. अनेक वर्षों से उपदेश सुनते-सुनते कुछ अनुभव हुए हैं। जैसे कुछ उपदेशकों के व्याख्यान बहुत अच्छे होते हैं, विषयगत होते हैं, प्रभावी होते हैं। कुछ उपदेशकों के व्याख्यान विषयगत नहीं होते हैं संचालक के अनेक बार कहने पर कि विषय पर आइए तो भी विषय से अलग ही बोलते हैं। कुछ उपदेशकों के व्याख्यान सीमित है चाहे आप उन्हें कितनी ही वार सुनें। कुछ व्याख्यान बहुत कठिन किये जाते है, श्रोताओं के स्तर का ध्यान नहीं रखा जाता, जो श्रोताओं की समझ में ही नहीं आते हैं। वक्ता के द्वारा समय का पालन नहीं किया जाता। कुछ वक्ताओं को लगता है कि आज ही और इसी सभा में सारा ज्ञान पिलाकर रहुंगा। बहुत अधिक बोलने से ही समझेंगे या अधिक समय का कार्यक्रम रखने से ही प्रचार ठीक होगा ऐसा भी नहीं है, प्रवचन/व्याख्यान भोजन की तरह ही है जिसकी सीमा होनी चाहिए।  अनेक बार उदाहरण प्रामाणिक नहीं होते हैं। कुछ व्याख्यानों में कभी कभी असैद्धान्तिक चर्चा भी हो जाती है। 

  12. वक्ता के द्वारा आयोजकों के साथ उचित व्यवहार करना चाहिए।

  13. चोटी, यज्ञोपवीत, वक्ता की वेशभूषा, हाउ-भाव एवं बैठने और खड़े होने का तरीका ठीक होना चाहिए।

  14. भाषा-शैली उत्तम होनी चाहिए।

  15. व्याख्यान का आरम्भ और समापन प्रभावी होनाचाहिए।

  16. एक रस से युक्त या केवल गम्भीर व्याख्यान अधिक देर तक नहीं सुना जाता। इसीलिए सम्बोधन से लेकर समापन तक चर्चा नव रसों ( एक से अधिक रसों ) से युक्त होनी चाहिए।

  17. व्याख्यान में मन्त्र, श्लोक, कहानी, कविता सूत्रादि सम्मिलित होने चाहिए।

  18. व्याख्यान तथ्य और प्रमाणों से युक्त होना चाहिए ।

  19. उपस्थिति के अनुसार अपनी आवाज का स्तर रखना चाहिए। आपकी आवाज आखिरी श्रोता तक अवश्य पहुंचनी चाहिए।

  20. माइक पर कैसे बोलना है यह भी आवश्यक बिन्दु है।

  21. श्रोताओं का स्तर और क्षेत्र जानकर ही व्याख्यान प्रभावी बनाया जासकता है।

  22. यदि आपको एक ही चर्चा में अनेक बिन्दुओं को रखना है तो सभी बिन्दुओं को उचित समय देना ।

  23. एतिहासिक घटनाओं को रखने में भी प्रत्येक घटना को सन्तुलित समय देना चाहिए।

  24. महात्मा विदुर और महाराज धृतराष्ट्र के मध्य संवाद और ऐसे ही अनेकों ऐतिहासिक संवादों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।

  25. वीडियो रिकॉर्डिंग या लाइव होरहे कार्यक्रम कार्यक्रम में वक्ता, श्रोता और मंच पर बैठने वालों को भी सावधानी से बैठना चाहिए ।

  26. अध्यापन कार्य के लिए बी०एड० जैसे पाठ्यक्रम जितने आवश्यक है उतना ही उपदेशक प्रशिक्षण भी आवश्यक है। 






विशेष निर्देश -

  • प्रतिदिन वेदपाठ करना।

  • प्रतिदिन एक मन्त्र या एक श्लोक या एक कविता या एक छन्द या एक दृष्टान्त याद करना।

  • प्रतिदिन स्वाध्याय करके / प्रवचन सुनकर / वीडियो देखकर व्याख्यान के लिए सामग्री संग्रह करना। अलग अलग विषय के विचारों को अलग अलग विषयगत संग्रह करना।

  • प्रवचन करने के लिए स्वाभाविक बोलकर प्रवचन का अभ्यास करना ( उपदेशकों की शैली की नकल नहीं करनी चाहिए अपनी शैली सरल और स्वाभाविक होनी चाहिए )। और स्वयं की रिकॉर्डिंग करके सुनना और प्रवचन में सुधार करना।

  • आपने आचार्य/गुरु/प्रशिक्षक से अपना मूल्यांकन कराना।

      

गुरुवार, 23 जून 2022

सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता २०२२

सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता

       आर्य पुरोहित सभा द्वारा "सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता" का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में सत्यार्थ प्रकाश के द्वितीय समुल्लास पर विषय स्पष्ट करते हुए लेख लिखना है अर्थात् आपको अपने लेख में यह समझाना है कि महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज ने सत्यार्थ प्रकाश के द्वितीय समुल्लास में क्या सन्देश दिया है। उत्तम लेख लिखने वाले प्रतिभागियों को अपना लेख कार्यक्रम में पढ़ने का अवसर दिया जायेगा। और उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा। आर्य पुरोहित, प्रचारक और उपदेशकों को छोड़कर प्रतियोगिता में सभी आयु वर्ग के स्त्री और पुरुष भाग ले सकते हैं।

        प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आप अपना पञ्जीकरण करालें। पञ्जीकरण शुल्क मात्र १००/- है, जिसमें आपको सत्यार्थ प्रकाश भी उपलब्ध कराया जायेगा। यदि आपके पास सत्यार्थ प्रकाश है तो ५०/- देकर ही अपना पञ्जीकरण करा सकते हैं। आप अपना पञ्जीकरण केन्द्रों से करायें या अपने मोबाइल से भी अपना पञ्जीकरण करा सकते हैं, पेटीएम से या गूगल पे से पंजीकरण शुल्क भेजकर अपना फार्म जमा करा सकते हो। यदि सत्यार्थ प्रकाश आपके पास है तो केवल ५०/- भेजकर और सत्यार्थ प्रकाश चाहिए तो १५०/- भेजकर, जिसमें ५०/- कोरियर सेवा के लिए हैं। ( मोबाइल से पञ्जीकरण कराने के लिए सम्पर्क करें - श्री राकेश तिवारी ( कोषाध्यक्ष आर्य वीर जनपद आगरा एवं मन्त्री आर्य समाज ताजगंज, आगरा सम्पर्क सूत्र - 9456460570 )

कृपया ध्यान दें - आप अपना पञ्जीकरण शीघ्र करा लें तथा अपना लेख फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी दिन सोमवार विक्रम संवत् २०७८ (२८ फरवरी २०२२ ) तक अवश्य जमा करा दें।

   सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता का पञ्जीकरण विभिन्न नगरों में किया जा रहा है। प्रतियोगिता पञ्जीकरण केन्द्र निम्नलिखित हैं -

👉 आगरा
श्री वीरेन्द्र कुमार कनवर ( प्रधान आर्य समाज कमलानगर-बल्केश्वर आगरा एवं कार्यकारी संचालक आर्य वीर दल जनपद आगरा ) 
एफ-94, कमला नगर आगरा 282005 ( उ०प्र० )
 सम्पर्क सूत्र : 9897007181 )

👉 मथुरा
श्री कन्हैयालाल आर्य 
सत्य प्रकाशन
डाकघर - गायत्री तपोभूमि, वृन्दावन मार्ग
( आचार्य प्रेमभिक्षु मार्ग ), मसानी चौराहे के पास,
मथुरा - 281003 ( उ०प्र० )
सम्पर्क सूत्र - 9759804182

👉 फरीदाबाद
डॉ॰ गजराज आर्य ( सम्पर्क सूत्र - 9213771515 )
श्री देवेन्द्र शास्त्री ( सम्पर्क सूत्र - 8849649259 )
आर्य समाज सेक्टर19, फरीदाबाद, हरियाणा

👉 सोनीपत
आचार्य सन्दीप आर्य - आर्य समाज सेक्टर १४, सोनीपत हरियाणा
सम्पर्क सूत्र - 9466821003.

👉 पानीपत
डॉ॰ राजवीर आर्य - हरित ऊर्जा ( Green Energy ), एम जे आर रोड़, नियर डेज होटल, सेक्टर - 25, पानीपत, हरियाणा
सम्पर्क सूत्र - 7206266000.

👉 कोटा
श्री आर० सी० आर्य - 10 ए 23, महावीर नगर  - 3, (पारिजात ) कोटा - 324005 ( राजस्थान )
सम्पर्क सूत्र - 9660482456.

👉 कानपुर
श्री विनोद कुमार आर्य - 1/494 वेद सदन, ओम वाटिका पार्क, अम्बेडकरपुरम आवास विकास 3, कल्याणपुर कानपुर 208017
सम्पर्क सूत्र - 7985422247; 8765193154; 8765193154.

👉 दिल्ली
आचार्य यशपाल आर्य - गुरुकुल तिहाड़ गांव, दिल्ली
सम्पर्क सूत्र - 9818517125

👉 इन्दौर
डॉ॰ दक्षदेव गौड़ - आर्य समाज मल्हारगंज, इन्दौर
सम्पर्क सूत्र - 6264932951

👉 सहारनपुर
श्री अवनीश आर्य ( संचालक आर्य वीर दल जनपद सहारनपुर एवं मन्त्री आर्य उपप्रतिनिधि सभा सहारनपुर )
आर्य समाज जनक नगर निकट उत्सव पैलेस स्वामी श्रद्धनन्द मार्ग 
सम्पर्क सूत्र - 7417015335

👉 सुमेरपुर
डॉ॰ विवेक आर्य - मोहल्ला गुरगुज, आर्यसमाज भरूवा सुमेरपुर , जिला हमीरपुर उत्तर प्रदेश पिन 210502
 सम्पर्क सूत्र - 08423507590

👉 अगली बार देशभर कर अन्य स्थानों पर भी केन्द्र बनाये जायेंगे, केन्द्र बनाने के लिए आप भी अपनी सहमति दे सकते हैं।

        
          आप सभी भाई बहनों से विनम्र निवेदन है कि अधिक से अधिक भाई बहनों तक यह सन्देश पहुंचाने की कृपा करें जिससे अधिक लोग इस प्रतियोगिता में भाग से सकें।

     आर्य पुरोहित सभा का आगामी कार्यक्रम फाल्गुन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा दिन गुरुवार विक्रम संवत्‌ २०७८ ( ३ मार्च २०२२ )  को श्रीमती पुष्पा आर्या एवं श्री प्रतीक निधि गुप्ता जी के विशेष सहयोग से "वैदिक लाइफ, योगा एण्ड मेडिटेशन सेन्टर, ई- ३११, कमला नगर आगरा, में अपराह्न २:०० बजे से ५:०० बजे तक आयोजित किया गया है। जिसमें सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास की जानकारी दी जायेगी।

      आप सादर आमन्त्रित हैं कृपया कार्यक्रम में समय से पहुंचकर कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायें। 

       इस कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपके सुझाव आमन्त्रित हैं, अपने बहुमूल्य विचारों से हमें लाभान्वित करने की कृपा करें।

      आपकी बड़ी कृपा होगी।

        प्रतियोगिता से सम्बन्धित किसी भी जानकारी के लिए सम्पर्क करें - 9897060822

निवेदक
आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री  ( वैदिक प्रवक्ता )
संचालक आर्य वीर दल पश्चिमी उत्तर प्रदेश
प्रधान आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा

मनोज खुराना ( सी०ए०)
संचालक आर्य वीर दल जनपद आगरा
प्रधान आर्य समाज नाई की मण्डी, आगरा

विश्वेन्द्रार्य शास्त्री ( धर्माचार्य )
मन्त्री आर्य वीर दल जनपद आगरा
मन्त्री आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा

आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा एवं आर्य वीर दल जनपद आगरा के समस्त पदाधिकारी एवं समस्त सदस्यगण

सोमवार, 14 मार्च 2022

वेद प्रचार एवं प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम सम्पन्न

वेद प्रचार एवं‌ सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न
      आर्य पुरोहित सभा का वेद प्रचार कार्यक्रम फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी दिन रविवार विक्रम संवत्‌ २०७८ ( १३ मार्च २०२२ )  को श्रीमती पुष्पा आर्या एवं श्री प्रतीक निधि गुप्ता जी के विशेष सहयोग से आर्य समाज बल्केश्वर कमलानगर ( एफ - ९४, कमला नगर ) आगरा, में अपराह्न २:०० बजे से ४:०० बजे तक आयोजित किया गया। 
         कार्यक्रम में आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री जी ने सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास पर व्याख्यान किया चूंकि होली का त्योहार समीप है इसीलिए होली के वैदिक स्वरूप पर भी उन्होंने चर्चा की। 
           आर्य वीर दल जनपद आगरा के सहयोग से हुई प्रतियोगिता का परिणाम‌ भी घोषित करके पुरस्कार वितरित भी किये गये। प्रतियोगिता में 
बाड़ी ( राजस्थान ) से श्रीमती कमलेश आर्या जी ने प्रथम, 
गाजियाबाद ( उत्तर प्रदेश ) से डॉ॰ प्रतिभा सिंहल जी ने द्वितीय और 
आगरा ( उत्तर प्रदेश ) से श्री वीरेन्द्र कनवर जी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । 
           प्रतियोगिता में निम्नलिखित प्रतिभागियों को सान्त्वना पुरस्कार भी दिये गये -
श्रीमती कान्ता बंसल ( आगरा, उत्तर प्रदेश )
श्री साहव सिंह ( राजा खेड़ा, राजस्थान )
श्रीमती चन्द्रकान्ता आर्या ( चण्डीगढ़ )
श्री तुलसीराम आर्य ( आगरा, उत्तर प्रदेश )
श्रीमती कुसुम मित्तल ( बाड़ी, राजस्थान )
श्रीमती प्रेमा कनवर ( आगरा, उत्तर प्रदेश )
श्रीमती माहेश्वरी गुप्ता ( आगरा, उत्तर प्रदेश )
     प्रतियोगिता आगे भी निरन्तर होती रहेगी। देश के विभिन्न स्थानों से हमें जिन महानुभावों ने सहयोग किया उन्हें भी सम्मानित किया गया है और जो उपस्थित नहीं हो सके हैं उनका सम्मानपत्र उन्हें भेजा जारहा है।
     इस कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपके सुझाव आमन्त्रित हैं, अपने बहुमूल्य विचारों से हमें लाभान्वित करने की कृपा करें।
    आपकी बड़ी कृपा होगी।
प्रतियोगिता के विशेष सहयोगी -
श्री नीरज आर्य ( प्रधान गुरुकुल तिहाड़ गांव दिल्ली )
श्री वीरेन्द्र कनवर ( संरक्षक आर्य वीर दल जनपद आगरा एवं‌ संचालक पतंजलि चिकित्सालय कमला नगर आगरा )
श्री राकेश तिवारी ( कोषाध्यक्ष आर्य वीर दल जनपद आगरा एवं‌ मन्त्री आर्य समाज ताजगंज आगरा )
श्रीमती प्रेमा कनवर ( संचालिका आर्य वीरांगना दल जनपद आगरा )
श्री पवन आर्य ( योगाचार्य एवं संचालक वैदिक योग केन्द्र आगरा )
डॉ॰ दक्षदेव गौड़ ( प्रधान आर्य समाज मल्हारगंज, इन्दौर )
श्री कन्हैयालाल आर्य  ( व्यवस्थापक सत्य प्रकाशन, मथुरा )
डॉ॰ गजराज आर्य ( प्रधान आर्य समाज सै० १९, फरीदाबाद )
आचार्य सन्दीप आर्य ( कार्यकारी संचालक आर्य वीर दल हरियाणा )
डॉ॰ राजवीर आर्य ( मन्त्री वैदिक परिवार पानीपत )
श्री आर० सी० आर्य ( प्रधान आर्य समाज महावीर नगर, कोटा )
श्री विनोद कुमार आर्य ( कानपुर ), आचार्य यशपाल आर्य ( दिल्ली )
श्री अवनीश आर्य (आर्य वीर दल जनपद संचालक सहारनपुर )
डॉ॰ विवेक आर्य ( संचालक आर्य वीर दल मध्य उत्तर प्रदेश )

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पधारे प्रसिद्ध उद्योगपति श्री महावीर वर्मा जी एवं श्री सूर्यप्रकाश गुप्ता जी के द्वारा पुरस्कार वितरण सम्पन्न हुआ तथा श्री अशोक शास्त्री, श्री अभय यादव, श्री अर्जुदेव महाजन, श्री तीर्थराम शास्त्री, श्री अनुज आर्य, श्री भरत सिंह, श्री प्रभात माहेश्वरी, श्री अवनीन्द्र गुप्ता, श्री के बी शर्मा, आचार्य हुकुमसिंह भारती, श्री रामशरण आर्य, श्रीमती विद्या गुप्ता, श्रीमती पुष्पा आर्या, श्रीमती कंचन गुप्ता, श्रीमती राधा तिवारी, श्रीमती रानी आर्या, श्रीमती ऊषा गुप्ता, श्रीमती पुष्पलता गुप्ता, श्रीमती मंजू गुप्ता, श्रीमती चन्द्रकान्ता आर्या, कु० ऋचा आर्या, श्रीमती मीना अग्रवाल आदि सम्मानित महानुभावों ने पधारकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
        प्रतियोगिता से सम्बन्धित किसी भी जानकारी के लिए सम्पर्क करें - 9897060822

निवेदक
विश्वेन्द्रार्य शास्त्री ( धर्माचार्य )
मन्त्री आर्य वीर दल जनपद आगरा
मन्त्री आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा

मंगलवार, 1 मार्च 2022

सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता का परिणाम

                        ⚔️ ⚜️ ओ३म् ⚜️ ⚔️


वेद प्रचार एवं‌ सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम


      आर्य पुरोहित सभा का आगामी कार्यक्रम फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी दिन रविवार विक्रम संवत्‌ २०७८ ( १३ मार्च २०२२ )  को श्रीमती पुष्पा आर्या एवं श्री प्रतीक निधि गुप्ता जी के विशेष सहयोग से आर्य समाज बल्केश्वर कमलानगर ( एफ - ९४, कमला नगर ) आगरा, में अपराह्न २:०० बजे से ४:०० बजे तक आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास की जानकारी दी जायेगी तथा आर्य वीर दल जनपद आगरा के सहयोग से हुई प्रतियोगिता का परिणाम‌ भी घोषित किया जायेगा।


     कार्यक्रम में आप सादर आमन्त्रित हैं कृपया कार्यक्रम में समय से पहुंचकर कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायें।


    इस कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपके सुझाव आमन्त्रित हैं, अपने बहुमूल्य विचारों से हमें लाभान्वित करने की कृपा करें।

    आपकी बड़ी कृपा होगी।


कृपया ध्यान दें - सभी प्रतिभागियों से निवेदन है कि जिनका लेख प्रतियोगिता में सम्मिलित होने से रह गया हो तो शीघ्रता करें, दिनांक ८ मार्च २०२२ तक जमा करा दें।

        प्रतियोगिता से सम्बन्धित किसी भी जानकारी के लिए सम्पर्क करें - 9897060822


प्रतियोगिता के विशेष सहयोगी - श्री नीरज आर्य ( मन्त्री गुरुकुल तिहाड़ गांव दिल्ली ), श्री वीरेन्द्र कनवर ( संरक्षक आर्य वीर दल जनपद आगरा एवं‌ संचालक पतंजलि चिकित्सालय कमला नगर आगरा ), श्री राकेश तिवारी ( कोषाध्यक्ष आर्य वीर दल जनपद आगरा एवं‌ मन्त्री आर्य समाज ताजगंज आगरा ), श्रीमती प्रेमा कनवर ( संचालिका आर्य वीरांगना दल जनपद आगरा ), श्री पवन आर्य ( योगाचार्य एवं संचालक वैदिक योग केन्द्र आगरा ), डॉ॰ दक्षदेव गौड़ ( प्रधान आर्य समाज मल्हारगंज, इन्दौर ), श्री कन्हैयालाल आर्य  ( व्यवस्थापक सत्य प्रकाशन, मथुरा ), डॉ॰ गजराज आर्य ( प्रधान आर्य समाज सै० १९, फरीदाबाद ), आचार्य सन्दीप आर्य ( कार्यकारी संचालक आर्य वीर दल हरियाणा ), डॉ॰ राजवीर आर्य ( मन्त्री वैदिक परिवार पानीपत ), श्री आर० सी० आर्य ( प्रधान आर्य समाज महावीर नगर, कोटा ), श्री विनोद कुमार आर्य ( कानपुर ), आचार्य यशपाल आर्य ( दिल्ली ), श्री अवनीश आर्य ( सहारनपुर ), डॉ॰ विवेक आर्य ( संचालक आर्य वीर दल मध्य उत्तर प्रदेश )


निवेदक


आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री  ( वैदिक प्रवक्ता )

संचालक आर्य वीर दल पश्चिमी उत्तर प्रदेश

प्रधान आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा


मनोज खुराना ( सी०ए०)

संचालक आर्य वीर दल जनपद आगरा

प्रधान आर्य समाज नाई की मण्डी, आगरा


विश्वेन्द्रार्य शास्त्री ( धर्माचार्य )

मन्त्री आर्य वीर दल जनपद आगरा

मन्त्री आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा


आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा एवं आर्य वीर दल जनपद आगरा के समस्त पदाधिकारी एवं समस्त सदस्यगण

सोमवार, 31 जनवरी 2022

सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता

 



सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता


       आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा द्वारा किये जा रहे मासिक कार्यक्रम में वेद प्रचार के साथ आर्य वीर दल जनपद आगरा के संयुक्त तत्वावधान में "सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता" का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास पर विषय स्पष्ट करते हुए लेख लिखना है अर्थात् आपको अपने लेख में यह समझाना है कि महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज ने सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास में क्या सन्देश दिया है। उत्तम लेख लिखने वाले प्रतिभागियों को अपना लेख कार्यक्रम में पढ़ने का अवसर दिया जायेगा। और उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा। प्रतियोगिता में सभी आयु वर्ग के स्त्री और पुरुष भाग ले सकते हैं।


        प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आप अपना पञ्जीकरण करालें। पञ्जीकरण शुल्क मात्र १००/- है, जिसमें आपको सत्यार्थ प्रकाश भी उपलब्ध कराया जायेगा। यदि आपके पास सत्यार्थ प्रकाश है तो ५०/- देकर ही अपना पञ्जीकरण करा सकते हैं। आप अपना पञ्जीकरण केन्द्रों से करायें या अपने मोबाइल से भी अपना पञ्जीकरण करा सकते हैं, पेटीएम से या गूगल पे से पंजीकरण शुल्क भेजकर अपना फार्म जमा करा सकते हो। यदि सत्यार्थ प्रकाश आपके पास है तो केवल ५०/- भेजकर और सत्यार्थ प्रकाश चाहिए तो १५०/- भेजकर, जिसमें ५०/- कोरियर सेवा के लिए हैं। ( मोबाइल से पञ्जीकरण कराने के लिए सम्पर्क करें - श्री राकेश तिवारी ( कोषाध्यक्ष आर्य वीर जनपद आगरा एवं मन्त्री आर्य समाज ताजगंज, आगरा सम्पर्क सूत्र - 9456460570 )


कृपया ध्यान दें - आप अपना पञ्जीकरण शीघ्र करा लें तथा अपना लेख फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी दिन सोमवार विक्रम संवत् २०७८ (२८ फरवरी २०२२ ) तक अवश्य जमा करा दें।


   सत्यार्थ प्रकाश प्रतियोगिता का पञ्जीकरण विभिन्न नगरों में किया जा रहा है। प्रतियोगिता पञ्जीकरण केन्द्र निम्नलिखित हैं -


👉 आगरा

श्री पवन आर्य ( योगाचार्य ) - वैदिक लाइफ, योगा एण्ड मेडिटेशन सेन्टर, ई- ३११, कमला नगर आगरा ( उ०प्र० )

 सम्पर्क सूत्र : +91 89237 65866 )


👉 मथुरा

श्री कन्हैयालाल आर्य 

सत्य प्रकाशन

डाकघर - गायत्री तपोभूमि, वृन्दावन मार्ग

( आचार्य प्रेमभिक्षु मार्ग ), मसानी चौराहे के पास,

मथुरा - 281003 ( उ०प्र० )

सम्पर्क सूत्र - 9759804182


👉 फरीदाबाद

डॉ॰ गजराज आर्य ( सम्पर्क सूत्र - 9213771515 )

श्री देवेन्द्र शास्त्री ( सम्पर्क सूत्र - 8849649259 )

आर्य समाज सेक्टर19, फरीदाबाद, हरियाणा


👉 सोनीपत

आचार्य सन्दीप आर्य - आर्य समाज सेक्टर १४, सोनीपत हरियाणा

सम्पर्क सूत्र - 9466821003.


👉 पानीपत

डॉ॰ राजवीर आर्य - हरित ऊर्जा ( Green Energy ), एम जे आर रोड़, नियर डेज होटल, सेक्टर - 25, पानीपत, हरियाणा

सम्पर्क सूत्र - 7206266000.


👉 कोटा

श्री आर० सी० आर्य - 10 ए 23, महावीर नगर  - 3, (पारिजात ) कोटा - 324005 ( राजस्थान )

सम्पर्क सूत्र - 9660482456.


👉 कानपुर

श्री विनोद कुमार आर्य - 1/494 वेद सदन, ओम वाटिका पार्क, अम्बेडकरपुरम आवास विकास 3, कल्याणपुर कानपुर 208017

सम्पर्क सूत्र - 7985422247; 8765193154; 8765193154.


👉 दिल्ली

आचार्य यशपाल आर्य - गुरुकुल तिहाड़ गांव, दिल्ली

सम्पर्क सूत्र - 9818517125


👉 इन्दौर

डॉ॰ दक्षदेव गौड़ - आर्य समाज मल्हारगंज, इन्दौर

सम्पर्क सूत्र - 6264932951


👉 सहारनपुर

श्री अवनीश आर्य ( संचालक आर्य वीर दल जनपद सहारनपुर एवं मन्त्री आर्य उपप्रतिनिधि सभा सहारनपुर )

आर्य समाज जनक नगर निकट उत्सव पैलेस स्वामी श्रद्धनन्द मार्ग 

सम्पर्क सूत्र - 7417015335


👉 सुमेरपुर

डॉ॰ विवेक आर्य - मोहल्ला गुरगुज, आर्यसमाज भरूवा सुमेरपुर , जिला हमीरपुर उत्तर प्रदेश पिन 210502

 सम्पर्क सूत्र - 08423507590


👉 अगली बार देशभर कर अन्य स्थानों पर भी केन्द्र बनाये जायेंगे, केन्द्र बनाने के लिए आप भी अपनी सहमति दे सकते हैं।


        

          आप सभी भाई बहनों से विनम्र निवेदन है कि अधिक से अधिक भाई बहनों तक यह सन्देश पहुंचाने की कृपा करें जिससे अधिक लोग इस प्रतियोगिता में भाग से सकें।


     आर्य पुरोहित सभा का आगामी कार्यक्रम फाल्गुन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा दिन गुरुवार विक्रम संवत्‌ २०७८ ( ३ मार्च २०२२ )  को श्रीमती पुष्पा आर्या एवं श्री प्रतीक निधि गुप्ता जी के विशेष सहयोग से "वैदिक लाइफ, योगा एण्ड मेडिटेशन सेन्टर, ई- ३११, कमला नगर आगरा, में अपराह्न २:०० बजे से ५:०० बजे तक आयोजित किया गया है। जिसमें सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास की जानकारी दी जायेगी।


      आप सादर आमन्त्रित हैं कृपया कार्यक्रम में समय से पहुंचकर कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायें। 


       इस कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपके सुझाव आमन्त्रित हैं, अपने बहुमूल्य विचारों से हमें लाभान्वित करने की कृपा करें।


      आपकी बड़ी कृपा होगी।


        प्रतियोगिता से सम्बन्धित किसी भी जानकारी के लिए सम्पर्क करें - 9897060822


निवेदक

आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री  ( वैदिक प्रवक्ता )

संचालक आर्य वीर दल पश्चिमी उत्तर प्रदेश

प्रधान आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा


मनोज खुराना ( सी०ए०)

संचालक आर्य वीर दल जनपद आगरा

प्रधान आर्य समाज नाई की मण्डी, आगरा


विश्वेन्द्रार्य शास्त्री ( धर्माचार्य )

मन्त्री आर्य वीर दल जनपद आगरा

मन्त्री आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा


आर्य पुरोहित सभा जनपद आगरा एवं आर्य वीर दल जनपद आगरा के समस्त पदाधिकारी एवं समस्त सदस्यगण

सोमवार, 10 जनवरी 2022

तपोभूमि मासिक पत्रिका

"तपोभूमि" मासिक पत्रिका

       





           शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक कल्याण की साधिका, ( आर्य जगत में सर्वाधिक लोकप्रिय मासिक ) "तपोभूमि" पत्रिका।


ऋषि मिशन‌ में सहयोगी बनने के लिए तपोभूमि के सदस्य बनें।


वैचारिक क्रान्ति में सहयोगी बनने के लिए इस पत्रिका को पढ़कर औरों को भी पढ़ायें।


संस्थापक

स्व० आचार्य प्रेमभिक्षु जी महाराज


सम्पादक

आचार्य स्वदेश जी महाराज

9456811519


सहसम्पादक

आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री

9897060822


व्यवस्थापक

कन्हैयालाल आर्य

9759804182


सत्य प्रकाशन

डाकघर - गायत्री तपोभूमि, वृन्दावन मार्ग

( आचार्य प्रेमभिक्षु मार्ग ), मसानी चौराहे के पास,

मथुरा - 281003 ( उ०प्र० )


सदस्यता शुल्क

 200/- वार्षिक ; 2100/- पन्द्रह वर्ष हेतु


इण्डियन ओवरसीज बैंक

शाखा युग निर्माण योजना, गायत्री तपोभूमि, जयसिंहपुरा, मथुरा

IFSC Code - IOBA 0001441

'सत्य प्रकाशन' खाता संख्या - 144101000002341


सदस्य बनने के लिए सम्पर्क करें - 9759804182

रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक काढ़ा ( चूर्ण )

रोग_प्रतिरोधक_क्षमता_वर्धक_काढ़ा ( चूर्ण ) ( भारत सरकार / आयुष मन्त्रालय द्वारा निर्दिष्ट ) घटक - गिलोय, मुलहटी, तुलसी, दालचीनी, हल्दी, सौंठ...