आज समाज भ्रष्टाचार , आतंकवाद , अत्याचार एवं व्यभिचार से आहात है ,इन विषयों को ध्यान में रखते हुए एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए आर्य वीर दल द्वारा वैचारिक क्रांति अभियान चलाया जा रहा है ,
इस के अंतर्गत नगर एवं गाँव में स्थान स्थान पर अर्थात विद्यालयों , संस्थानों , विद्यापीठों चौपालों , धर्मशालाओं मंदिरों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय प्राचीन वैदिक संस्कृति सभ्यता एवं मान्यताओं के साथ साथ नैतिक कर्त्तव्य , सदाचार परिवार , समाज , राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य एवं आत्मोन्नति के साधनों से अवगत कराया जा रहा है
आप सभी मित्रों से निवेदन है आप भी इस तरह के कार्यक्रम अपनी सामर्थ्य के अनुसार आपने क्षेत्र में आयोजित करें .जिससे एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सके
धन्यवाद
कर्मों का आधार विचार होते हैं। आज के मनुष्य के विचार बिगड़ गए हैं जिससे कर्म बिगड़ गए हैं। कर्मों को अच्छा बनाने के लिए विचारों को अच्छा बनाने की आवश्यकता है। इसलिए वैचारिक क्रांति की आवश्यकता है......................
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक काढ़ा ( चूर्ण )
रोग_प्रतिरोधक_क्षमता_वर्धक_काढ़ा ( चूर्ण ) ( भारत सरकार / आयुष मन्त्रालय द्वारा निर्दिष्ट ) घटक - गिलोय, मुलहटी, तुलसी, दालचीनी, हल्दी, सौंठ...
-
ओ३म् श्री परमात्मने नमः कृण्वन्तो विश्वमार्यम् की मिशनरी योजना नमस्ते जी मैंने अपने अध्ययन और प्रचार यात्रा में हुए अनुभवों के आधा...
-
शारदीय नवसस्येष्टि ( दीपावली ) एवं महर्षि दयानन्द सरस्वती निर्वाण दिवस शरद काल में आने वाली फसल आने पर किया जाने वाला यज्ञ 'शा...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें